सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण की घटना  खगोलीय घटना का प्रभाव जनमानस पर भी पड़ता है।

8 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सूतक काल से लेकर ग्रहण तक शुभ कार्यों की मनाही होती है। इस दौरान कुछ कार्यों के अशुभ परिणाम भी मिल सकते हैं। 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।

ग्रहणकाल के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं ?

सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन या पानी का सेवन करने से बचना चाहिए।

अन्न-जल न ग्रहण करें

सूर्यग्रहण के दौरान ब्राह्मांड में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए शुभ कार्यों की मनाही होती है।

शुभ कार्यों की न करें शुरुआत

ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट लेडीज को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान सुई, चाकू समेत किसी भी नुकीली वस्तु का स्पर्श न करें।

गर्भवती महिलाएं रखें खास ध्यान

सूर्य ग्रहण के समय देवी-देवताओं को स्पर्श नहीं करना चाहिए और न ही पूजा करना चाहिए। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।

पूजा-पाठ न करें

सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद सबसे पहले पानी में तुलसी का पत्ता डालकर स्नान करें। सूर्य ग्रहण के बाद अन्न, धन, दूध, दही, शक्कर और कपड़े दान कर सकते हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें।

सूर्य ग्रहण में क्या करें?