राजस्थान केे सिरोही जिले से 27 किलोमीटर दूर अजारी गांव के पास मार्कंडेश्वरधाम स्थित मां सरस्वती का मंदिर है 

मार्कंडेश्वरधाम स्थित मां सरस्वती मंदिर विद्या के साधकों की आराधना स्थली है, तो वहीं इस प्रसिद्ध मंदिर से जुड़ी एक खास मान्यता है कि मंदिर में सच्चे मन से मन्नत मांगने से तुतलाना संबंधी विकार दूर होते हैं 

इस मंदिर से जुड़ी एक खास मान्यता है कि मंदिर में सच्चे मन से मन्नत मांगने से वाणी संबंधी विकार दूर होते हैं और बुद्धि की प्राप्ति होती है. इस वजह से तुतलाने एवं मंदबुद्धि की शिकायत पर लोग मां से मन्नत भी मांगते हैं और उसके पूरा होने पर चांदी की जीभ चढ़ाते हैं.

यहां बालऋषि मार्कंडेय ने यम से बचने के लिए महामृत्युंजय का जाप किया था. इसी तपोस्थली पर महाकवि कालिदास ने भी ज्ञान प्राप्त किया था.

मंदिर से जुड़ी प्राचीन मान्यताओं और मां सरस्वती के इस खास दर्शनीय स्थल पर हजारों की संख्या में भक्त जुटते हैं और देवी की पूजा-अराधना करते हैं.

माता के इस पावन स्थल पर साल भर श्रद्धालुओं का आना लगता रहता है. हजारों की संख्या में लोग यहां आते है. लेकिन बसंत पंचमी के अवसर इस धाम में एक खास रौनक रहती है. यहां बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती का मेला लगता है.