सेवन वंडर्स पार्क 

यह पार्क किशोर सागर तालाब के किनारे बना हुआ है। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है दुनिया के सात अजूबों का छोटा स्ट्रक्चर यहां पर बनाया गया है, जो हूबहू दुनिया के सात अजूबों के समान है। यहां पर आपको ताजमहल, एफिल टावर, लीनिंग टावर ऑफ पीसा, पिरामिड, स्टैचू ऑफ लिबर्टी, द क्राइस्ट रिडीमर, कोलोसियम देखने के लिए मिल जाता है।

जग मंदिर

जगमंदिर को कोटा के शासकों द्वारा बनवाया गया था। यह पैलेस 17वीं शताब्दी में बनाया गया है। यह पैलेस राजपूती वास्तुकला में बना हुआ है। यह बहुत सुंदर है और आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। इसकी दीवारें, छत और पिलर बहुत ही सुंदर है और इनमें नक्काशी की गई है, जो देखने लायक है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा।

राजकीय संग्रहालय

कोटा संग्रहालय में आपको मूर्तियों का बहुत सुंदर कलेक्शन देखने के लिए मिलता है। संग्रहालय में 1857 में हुए स्वतंत्रता संग्राम के बारे में भी बहुत सारी जानकारी मिलती है। यहां पर प्राचीन बंदूकें, पत्थर, भाले, छुरी, विभिन्न प्रकार की तलवारे, शोपीस, पेंटिंग देखने के लिए मिल जाती है, जो बहुत ही सुंदर लगती है

चिड़ियाघर 

चिड़ियाघर को कोटा जूलॉजिकल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यह चिड़ियाघर किशोरपुरा तालाब के किनारे बना हुआ है। यह चिड़ियाघर बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क में बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।

चंबल उद्यान 

द्यान बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उद्यान चंबल नदी के किनारे बना हुआ है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। इस उद्यान में प्रवेश के लिए टिकट लिया जाता है। यहां पर आकर चंबल नदी में बहुत सारे बर्ड्स देखने के लिए मिल जाती है। गार्डन में बहुत सारे खूबसूरत स्ट्रक्चर भी बनाए गए हैं,

गढ़ पैलेस

कोटा का किला और सिटी पैलेस के नाम से जाना जाता है। यह पैलेस कोटा जिले में चंबल नदी के किनारे बना हुआ है। यह पैलेस बहुत सुंदर है। इस पैलेस को अब म्यूजियम में बदल गया है। यहां पर बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिल जाता है।कोटा गढ़ पैलेस पर आपको बहुत सारी वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिल जाता है।

श्री कर्णेश्वर धाम 

 यहां पर आकर शिव शंकर जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव शंकर के चार मुख देखने के लिए मिलते हैं। श्री कर्णेश्वर मंदिर को कंसुआ महादेव के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर बरसात के समय आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है, क्योंकि बरसात के समय, यहां पर मंदिर के बाहर बरसाती नदी बहती है