कहा जाता है कि सप्तऋषि में से एक गौतम ऋषि पर भी गाय हत्या का कलंक लगा था. तब गौतम ऋषि ने इसी कुंड में स्नान कर अपना पाप मिटा दिया था.
बांसवाड़ा से 85 किलोमीटर दूर प्रतापगढ़ जिले के अरनोद् तहसील के गौतमेश्वर महादेव मंदिर को वागड के हरिद्वार के नाम से जाना जाता है.
भगवान शिव का एक प्रसिद्ध मंदिर है. भगवान शिव के मन्दिर के ऊपर से झरना बहता है. बारिश के सीजन में यहां चारो ओर हरियाली की चादर के बीच गौतमेश्वर महादेव मंदिर हरीभरी वादियों से घिरा हुआ है.
गौतमेश्वर महादेव मन्दिर की एक अलग ही खासियत है. ये एक मोक्षदायिनी कुंड, मंदाकनी कुंड के नाम से भी जाना जाता है. यहां मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं.
यहां मन्दिर ट्रस्ट की ओर से पाप मुक्ति का सर्टिफिकेट भी दिया जाता है.