यह एक प्राचीन किला है। इस किले की बनावट बहुत ही सुंदर है। लोहागढ़ किले को लौहगढ़ किला एवं भरतपुर दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। इस किले के चारों तरफ पानी की नहर बनाई गई है और इसमें पानी भरा गया है।
किशोरी महल लोहागढ़ दुर्ग के अंदर स्थित है। इस महल का निर्माण महाराजा सूरजमल के द्वारा अपने परिवार के निवास हेतु करवाया गया था। यह महल 18वीं शताब्दी में बनवाया गया था। महाराजा सूरजमल की प्रिय महारानी किशोरी इस महल में निवास करती थी। इसलिए महाराजा सवाई विजेंद्र सिंह ने इसका नाम किशोरी महल रख दिया
यह मंदिर भी लोहागढ़ किले के अंदर स्थित है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर में आपको सुंदर कलाकृतियां देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर की दीवारों, प्रवेश द्वार, खिड़कियों, बालकनी में बहुत ही सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है। मंदिर के गर्भ गृह में श्री कृष्ण जी और राधा जी की मूर्ति देखने के लिए मिलती है। यह मूर्ति काले पत्थर की बनी हुई है। यह मूर्ति 4 फीट ऊंची है।
श्री गंगा महारानी मंदिर में आपको एक बड़ा सा मंडप और गर्भगृह देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर 2 मंजिला है। श्री गंगा महारानी मंदिर को सामने से देखने से, यह मंदिर बहुत ही सुंदर और आकर्षक लगता है। इस मंदिर की कारीगरी भी बहुत जबरदस्त है। मंदिर के बाहर बगीचा बना हुआ है, जहां पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं।
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर का एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण स्थल है। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को भरतपुर पक्षी अभयारण्य और केवलादेव घना पक्षी विहार के नाम से भी जाना जाता है। यह पक्षियों के लिए स्वर्ग है। यहां पर विभिन्न प्रकार के पक्षियों की प्रजातियां देखने के लिए मिल जाती है।
यह किला भरतपुर में कुम्हेर नगर में स्थित है। यह किला भरतपुर के महाराजा सूरजमल के द्वारा बनवाया गया था। यह किला राजा के द्वारा बनाया गया पहला किला है और यहां पर राजा निवास करते थे। इस किले की दीवारें बहुत मोटी मोटी है। मगर अभी वर्तमान में यह किला अच्छे अवस्था में नहीं है।
डीग का किला भरतपुर जिले में डीग नगर में स्थित है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। डीग के किले का निर्माण महाराजा बदन सिंह के द्वारा 1730 में करवाया गया था। इस किले में 18 बुर्ज बनाए गए हैं। इस किले के चारों तरफ खाई बनाई गई थी, जिसमें पानी भर कर रखा गया था।
डीग महल को डीग जल महल और डीग का राजभवन के नाम से जाना जाता है। यह महल झील के किनारे बना हुआ है और इसलिए इसे जल महल कहा जाता है। यह महल बहुत सुंदर लगता है। इस महल में प्रवेश करने के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर संग्रहालय बना हुआ है, जो शुक्रवार को बंद रहता है।
यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह किला प्राचीन है। यह किला महाराजा विजयपाल के द्वारा बनवाया गया था। महाराजा विजयपाल एक महान शासक थे। इस किले में आप को खंडहर अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। इस किले में आपको भगवान शिव का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर सावन सोमवार के समय बहुत सारे लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
यह मंदिर भरतपुर में बयाना तहसील के पास जगाज गांव में स्थित है। यह मंदिर पहाड़ों के बीच में बना हुआ है। यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर गुर्जरों में बहुत प्रसिद्ध है। यह मंदिर गुर्जरों के प्रमुख देवता कारस देव जी को समर्पित है। यहां पर आप आकर कारस देव जी के दर्शन कर सकते हैं।
बांध के चारों तरफ पहाड़ियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर पिकनिक मना सकते हैं। यह बांध भरतपुर का टूरिस्ट स्पॉट है। यह जगह बरसात के समय चारों तरफ हरियाली से घिरी रहती है।