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Introduction
Eklingji Mandir में हिमाचल जैसी माया है।
छोटे से मेवाड़ खण्ड में उतरा खण्ड समय है।।
Eklingji Mandir ( कैलाशपुरी ) राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिरो में से एक है। यह मंदिर भगवन शिव को समर्पित है और इसमें कुल 108 मंदिर है। एक का अर्थ है ‘एक’ जबकि लिंग का अर्थ है ‘लिंगम या भगवान शिव का जीवन देने वाला लिंग प्रतीक’। उदयपुर (eklingjii Temple Distance from Udaipur ) से 22 km की दुरी पर स्थित यह प्राचीन मंदिर 8 शताब्दी का है। यह Eklingjimandir इंद्रसागर झील के तट पर स्थित है और इसकी दीवारों के भीतर लगभग 108 मंदिर हैं। मुख्य मंदिर एक दो मंजिला इमारत है और इसे नक्काशीदार मीनार और पिरामिड शैली की छत से डिजाइन किया गया है।
कई लोगो के मन में यह भी सवाल आता है की आखिर इस मंदिर का नाम Eklingji ही क्यों रखा गया अत्यधिक आबादी वाली भूमि होने कारण हर 100 किलोमीटर के बाद भाषा बदल जाती है और साथ ही साथ नाम भी बदले जाते है। एक आशार्यजनक बात यह भी है की भगवन शिव के भी 108 नाम है। Eklingji भी उनमे से एक है। उदयपुर में भगवान शिव की पूजा इसी नाम से की जाती है।
कैलाशपुरी के ऊपर एक सुन्दर सा श्लोक है –
मेवाड़ देश के निर्जन बन में बसी एक कैलाश पूरी।
थोड़ी सी उतरा खण्ड की उपमाएँ यहाँ पर बिखरो ।।
Mandir का इतिहास
(History of Eklingji Temple )जब भी हमें कही प्राचिन्न जगह जाने का मौका मिलता है तो हम उसके बारे में उसका इतिहास जान ने के लिए काफी उत्सुक होते है। इतिहास जान लेने के बाद वह जाने और वह की चीजों कको देखने का नजरिया ही बदल जाता है और हमे उन्हें देखने से एक अलग ही अनुभूति मिलती है। उदयपुर के कैलाशपुरी में स्थित यह Eklingji Mandir 700 ई में बनवाया गया था । इसका निर्माण बाप्पा रावल द्वारा कराया गया था। तो Eklingjii Mandir History वैसे तो और भी है पर कुछ अहम् जो आपको जाननी चाहिए वह यह है।
Mandir में चार मुख वाली मूर्ति
यहाँ पर स्थित शिवलिंग की मूर्ति के चारों ओर मुख (चेहरा) बने हुए हैं, अर्थात यहाँ पर भगवान शिवजी एक चतुर्मुखी शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। मूर्ति लगभग 50 फिंट ऊँची है और काले पत्थर से बानी है। Eklingji Mandir Udaipur में एकलिंगजी के के चार चेहरों भगवान शिव के चार रूपों को दर्शाते हैं, जो इस प्रकार हैं:-पूरब दिशा की तरफ का चेहरा सूर्य देव के रूप में पहचाना जाता हैं, पश्चिम दिशा के तरफ का चेहरा भगवान ब्रह्मा को दर्शाता हैं, उत्तर दिशा की तरफ का चेहरा भगवान विष्णु और दक्षिण की तरफ का चेहरा रूद्र स्वयं भगवान शिव का हैं।
Mandir के दर्शन और आरती का समय और पता
Eklingji Mandir Timing। दर्शन के समय।
सुबह का समय :- सुबह 4:30 से 7:00 बजे तक( Eklingji Mandir Opening Time ) और सुबह 10:30 से दोपहर 1:30 बजे तक
दोपहर के बाद का समय :-शाम 5:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
Eklingji Mandir आरती का समय
सुबह की आरती :-सुबह 5:30 बजे, सुबह 8:15 बजे, सुबह 9:15 बजे और 11:30 बजे
दोपहर की आरती :-दोपहर 3:30 बजे और शाम 4:30 बजे
संध्या आरती :-शाम 5:00 बजे और शाम 6:30 बजे
Eklingji Mandir उदयपुर पता ( Eklingji temple distance )
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8, कैलाशपुरी ,
उदयपुर , राजस्थान , 313202 , भारत
Eklingji Mandir Timings। उदयपुर का समय
दिन – समय
सोमवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
मंगलवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
बुधवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
गुरुवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
शुक्रवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
शनिवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
रविवार – सुबह 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक
Eklingji Mandir के आस पास गुमने की जगह
Eklingji Mandir Udaipur के अलावा,( Nearby Temples to Eklingjii ) यहां कई और भी मंदिर हैं, जैसे पातालेश्वर महादेव, विंध्यवासिनी देवी, रथासन देवी और अरबादा माता। पूरे मंदिर को अच्छे से देखने के बाद, कैलाशपुरी राजवंश के आस-पास के क्षेत्रों में घूमने के लिए स्वतंत्र महसूस करें। इन मंदिरों की बेहतरीन वास्तुकला दर्शकों को उस समय की कलात्मकता पर विचार करने पर मजबूर कर देती है।
Eklingji Mandir और आस पास की जगहों को गुमने के लिए बेहतरीन समय
वैसे तो उदयपुर घूमने के लिए काफी अच्छी जगह है लेकीन जब बात आये की आप किस समय पर उदयपुर घूमना चाहोगे तो यह बात महसूस करने वाली है। गर्मियों में घूमने के लिए उदयपुर बिल्कुल भी बेहतर जगह नहीं है क्योंकि केवल चिलचिलाती गर्मी और उष्णकटिबंधीय जलवायु का प्रभाव ही आपका साथ देगा। इसके बजाय, सर्दियों में तापमान न्यूनतम 11.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 28.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
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