मृत नदी, दृषहद्धति, सरस्वती, नट, नाली, हकरा, सोता, सोतरा नदी
अर्जुन की गंगा, ताला नदी
लवणवती, सागरमती, साक्री, अन्तः सलिला, आधी मिठ्ठी आधी खारी नदी
चर्मण्वती, कामधेनु, नित्यवाही
आदिवासियों की गंगा, वागड़ की गंगा, कांठल की गंगा, दक्षिण राज. की स्वर्ण रेखा
मौसमी नदी
वशिष्ठी, वर्णाशा, वन की आशा
वशिष्ठी, वर्णाशा, वन की आशा
मसूदती, तीन अवस्थाओं में प्रवाहित होने वाली नदी