अरावली पर्वत श्रृंखलाओं, झील और सुदूर आकाश से घिरा ये हिल्स भारत के बेहतरीन सनसेट प्वांइट के रूप में भी जाना जाता है. यही वजह है कि यहां कई देसी, विदेशी फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है और यहां कपल्स प्रीवेडिंग शूट कराना भी काफी पसंद कर रहे हैं.
प्रसिद्ध बांसडारा पर्वत पर स्थित सज्जनगढ़ किला, या मानसून पैलेस मेवाड़ राजवंश से संबंधित एक पूर्व शाही निवास है, जिसका निर्माण लगभग 1884 में महाराणा सज्जन सिंह के द्वारा करवाया गया था, जिन्होंने सदियों तक इस स्थान पर शासन किया था। सज्जनगढ़ पैलेस प्रसिद्ध पिछोला झील के दृश्य के साथ समुद्र तल से लगभग 944 मीटर की ऊँचाई पर स्थित उदयपुर के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है।
उदयपुर स्थित शिल्पग्राम में राष्ट्रीय हस्तशिल्प एवं लोक कला पर्व "शिल्पग्राम उत्सव" आयोजित किया जाता है। शिल्पग्राम उत्सव में देश के विभिन्न प्रान्तों से आये शिल्पकार भाग लेते है जिन्हें अपनी शिल्प कला हेतु पारम्परिक तरीके से बाज़ार उपलब्ध कराया जाता है जिससे उन्हें उनके शिल्प का उचित दाम मिल सके। इस उत्सव में देश के लगभग 400 से अधिक शिल्पकार एवं कलाकार भाग लेते है।
णगौर का पारंपरिक जुलूस सिटी पैलेस से शुरू होता है, और शहर के कई अन्य जगहें, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों से गुजरता हैं। जुलूस की अध्यक्षता एक पुरानी पालकी, रथ, बैलगाड़ी और लोक कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया जाता है जुलूस के पूरा होने के बाद, गण और गौरी की मूर्तियां इस घाट में लाई जाती हैं और यहाँ से पिछोला झील में विसर्जित किया जाता है।
राजस्थानी वेषभूषा और समाज में प्रतिष्ठा का प्रतीक मानी जाने वाली पगड़ी की। कभी यहां राज परिवारों से लेकर ठेठ देसी जन जातियों तक पगड़ी का रंग, पहनावा और प्रकार विशेष महत्व रखता है। हालांकि आज पगड़ी महज शादी ब्याह और पारम्परिक उत्सवों के समय ही पहनावे में शामिल की जाती है। दुनिया की सबसे बड़ी पगड़ी की। यह पगड़ी उदयपुर के बागोर हवेली म्यूजियम में रखी हुई है। इस अनूठी पगड़ी का वजन 30 किलो है।